Friday, April 16, 2010

मंदी के वावजूद ताज चमका

मंदी की मार सहने के बाद भी ताजमहल माथे पर शिकन नहीं है | संस्कृति मंत्रालय के रपोर्ट के अनुसार ताजमहल  के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले स्मारको में आगे है | ये बात है कि दिल्ली की क़ुतुब मीनार की जलवा दिन पर दिन ज्यादा हो रहा है | ताज के बाद यह देश का दूसरा ऐसा पर्यटन स्थल है जिसे सबसे ज्यादा पसंद किया गया साल २००९ में पर्यटक ने इसे लाल किला और हुमायू के मकबरे से भी ज्यादा पसंद किया है | आर्थिक मंदी और २६\११ के मुम्बई हमले के बाद देश में पर्यटक की आमद में काफी गिरावट आई है | इसका असर देश के सबसे ज्यादा आवक वाले स्मारक ताजमहल पर भी देखने को मिला | देसी विदेशी पर्यटकों को मिलाकर सन २००८ की तुलना में २००९ में ताज की आमदनी में प्रवेश शुल्क से लगभग २.५ करोड़ों का घाटा हुआ | लेकिन देश के अन्य विश्दाय स्मारको में वह नंबर वन है | इधर कुतुबुदीन ऐबक द्वारा बनवाई गई मीनार की आमदनी में मंदी का असर कम पड़ा | क़ुतुब मीनार एक तरह से दिल्ली की पहचान है , जिससे पिछले साल १०.४१ करोड़ रुपये के आमदनी हुई | संस्कृत मंत्रालय के ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक आगरा फोर्ट को पर्यटन से केबल ९.२५ करोड़ रुपये ही हासिल हुए | ताजमहल की आमदनी १४.८७ करोड़ रुपये रही |

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