Wednesday, May 26, 2010
घड़ियालो का कुनबा बढा
दो साल पहले नदी में १०० से ज्यादा घड़ियालो के मौत का दंश झेल चुकी चम्बल नदी में इस बार अच्छी खबर मिली है | मंगलवार को चम्बल नदी में हेचिंग के जरिये अंडों से निकले ९२६ घड़ियाल शिशु पहुच गए है | चम्बल संचुरी में घड़ियालो का कुनबा बढने की खबर से वन विभाग ने राहत की बड़ी सांस ली है | कोटा से लेकर पंचनंदा तक और राजस्थान ,मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में होकर बहने वाली चम्बल नदी में वर्ष १९७९ से लुप्त प्राय स्थिति में पहुचे दुर्लभ प्रजाती के घड़ियालो के सरक्षण की परियोजना चल रही है | अब तक यहाँ पर कुकरैल प्रजनन केंद्र लखनऊ से घड़ियाल शिशु को लेकर चम्बल नदी में छोड़ा जाता था अंडे वहा ले जाते थे | लेकिन पिछले साल की तर्ज पर चम्बल की बालू में की गई नेस्टिंग से हेचिंग कराने में वन विभाग को बड़ी कामयाबी मिली है | मंगलवार को ९२६ अन्डो से घड़ियाल शिशु निकले और वे चम्बल नदी के अपने कुनवे में शामिल हो गए | चम्बल सेंचुरी में २९ ठिकानो पर नेस्टिंग कराकर वन विभाग उनकी दिन रात रखवाली कर रहा था |
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