आगरा २७\०५\२०१० बुधवार को सुबह तुर्कमेनिस्तान के उप राष्ट्राध्यक्ष ने लगभग तीस सदस्यीय डेलीगेशन के साथ ताज का दीदार किया ताज की कलात्मक खूबसूरती पर मंत्रमुक्ध हो गए | तुर्कमेनिस्तान दल ने लगभग सवा घंटे में ताज का अवलोकन किया | जाते समय उप राष्ट्रपति ने तुर्कमेनिस्तान और मुगलों के रिश्तों की चर्चा की | अब्दुरहीम खाने खाना और बैरम खां ने अकबर को पाला | ये सभी तुर्कमेनिस्तान के ही रहने वाले थे | ताज और मुगलों के इतिहास की चर्चा पर ये उदगार तुर्कमेनिस्तान के उप राष्ट्रपति नजरकुली शेकुलीव ने व्यक्त किया |
ताज में सुबह नौ बजे उप राष्ट्रपति ने लगभग तीस सदस्यीय दल के साथ प्रवेश किया | दल में विदेश मंत्री केबिनेट मिनिस्टर्स और भारत स्थित तुर्कमेनिस्तान के राजदूत भी शामिल रहे | नजरकुली सीधे शाहजहाँ और मुमताज के मकबरे पर पहुचे | इसके बाद उन्होंने यमुना किनारा और फोर्ट का नजारा लिया | उन्होंने यमुना नदी और ताज के पीछे स्थित महताब बाग के बारे में जानकारी की | जाते समय उप राष्ट्रपति ने ताज के संरक्षण सहायक डा .आर के दीक्षित और अधीक्षण पुरातत्व विद को तुर्क की टोपी भी पहनाई |
Thursday, May 27, 2010
आगरा में राजमिस्त्री के बेटे काशी काजी की आई आई टी में २०२ वी रेंक
आगरा २७\०५\२०१० बेशक अंत में कामयाबी ही मायने रखती है | लेकिन सबसे बड़ी सफलता वही है , जो इतिहास रच दे | जेसा कि आगरा के काशी काजी ने कर दिखाया | काशी एक राजमिस्त्री का बेटा है | जो उसके लिए मंहगी कोचिंग तो दूर सामान्य पढाई का खर्चा भी वहन नहीं कर सकता | मगर काशी की लगन और प्रतिभा से प्रभावित होकर गुरुजनों ने उसकी पढाई का खर्चा उठाया और यह लाल पहले ही प्रयास में आई आई टी में २०२ वी रेंक ले आया |
काशी काजी मूल रूप से पटना का रहने वाला है | दसवी तक पढाई उसने पटना से ही की | आगरा के राम चन्द्र बजारी स्कूल से उसने इसी साल अस्सी प्रतिशत के साथ १२ वी पास की | काशी के पिता रजिस्टार काजी मजदूरी करते है | माँ हाउस वाइफ है | परिवार में दो भाई है और वे भी मजदूरी करते है | काशी कभी पापा से मिलने साईट पर जाता था तो वहा इन्जीनियरो के काम को बड़े गौर से देखता था वही उसने इन्जीनियर बनने का फेसला कर लिया था |
काशी काजी मूल रूप से पटना का रहने वाला है | दसवी तक पढाई उसने पटना से ही की | आगरा के राम चन्द्र बजारी स्कूल से उसने इसी साल अस्सी प्रतिशत के साथ १२ वी पास की | काशी के पिता रजिस्टार काजी मजदूरी करते है | माँ हाउस वाइफ है | परिवार में दो भाई है और वे भी मजदूरी करते है | काशी कभी पापा से मिलने साईट पर जाता था तो वहा इन्जीनियरो के काम को बड़े गौर से देखता था वही उसने इन्जीनियर बनने का फेसला कर लिया था |
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