"क्या करें हम तोह रोज़ ही बिजली कटौती को झेलते हैं". यह आगरा के ही नागरिक जवाब है जिसे "EARTH HOUR" के बारे में बताया गया. रोजाना की बिजली कटौती के चलते लोगों का EARTH HOUR के प्रति रुझान कम पाया गया.
शनिवार को EARTH HOUR था WWF के आहवाहन पर पूरे विश्व में हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को रात साडे आठ बजे से साडे नौ बजे तक EARTH HOUR मनाया जाता है.उम्मीद की जा रही थी क आगरा में भी लोग एक घंटे के लिए बिजली बंद कर पृथ्वी को बचाने में योगदान देंगे. ऐसा कुछ नहीं हुआ. शहर में अन्य दिनों की तरह ही बिजली जलती रही.हालाँकि कुछ स्थानों पर लोगों ने अपने घरों की बिजली बंद कर अपना थोडा सा योगदान दिया.
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